जय हिन्द...

सोमवार, 30 दिसंबर 2019

हिन्दी साहित्य और संचार माध्यम पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
प्रदेश व देश के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार लेंगे हिस्सा
शोधार्थी, विद्यार्थी व प्राध्यापक पढ़ेंगे शोध पत्र
रायपुर। मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा “हिन्दी साहित्य एवं संचार माध्यम” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश व देश के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार, प्राध्यापक शोधार्थी हिस्सा ले रहे हैं। संगोष्ठी की मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार गीताश्री (दिल्ली) होंगी। 
हिन्दी  विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी ने बताया कि संचार माध्यमों का विस्तार होने से हिन्दी साहित्य का भी महत्व बढ़ गया है। हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार व विकास के उद्देश्य से हिन्दी साहित्य एवं संचार माध्यम विषय पर 30 मार्च को राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश व देश के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार, प्राध्यापक, शोधार्थी हिस्सा लेंगे तथा शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय संगोष्ठी में अनेक उपविषय भी शामिल किये गये हैं जिनमें हिन्दी साहित्य और सोशल मीडिया का प्रभाव, प्रोद्योगिकी और हिन्दी भाषा, आधुनिक मीडिया: भाषा और प्रकृति, तकनीकी युग में हिन्दी साहित्य का बदलता स्वरूप, प्रिंट मीडिया: चुनौतियाँ और संभावनाएँ, हिन्दी साहित्यकारों का पत्रकारिता में योगदान, अस्मितामूलक विमर्श और हिन्दी पत्रकारिता, वर्तमान परिदृश्य और साहित्य, हिन्दी साहित्य में स्त्री चिंतन की चुनौतियाँ, 21वीं सदी के साहित्य में सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना, आधुनिक हिन्दी साहित्य की प्रवृत्तियाँ, हिन्दी साहित्य के विकास में मीडिया की भूमिका, भूमंडलीकरण के दौर में हिंदी, हिंदी के विकास में वेब मडिया का योगदान, राष्ट्र के विकास में हिंदी का योगदान, साहित्य, पर्यटन और संस्कृति, सोशल मीडिया और पर्यटन, लोक संस्कृति के विकास में मीडिया की भूमिका आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। राष्ट्रीय संगोष्ठी मैट्स विश्वविद्यालय परिसर स्थित इम्पेक्ट सेंटर में 30 मार्च को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की गई है। राष्ट्रीय संगोष्ठी की मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार गीताश्री (दिल्ली) होंगी। विशेष अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश नैयर, कल्याण महाविद्यालय भिलाई के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुधीर शर्मा होंगे तथा अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. उर्मिला शुक्ल करेंगी।