जय हिन्द...

सोमवार, 30 दिसंबर 2019

’यशपाल के उपन्यासों में सामाजिक चेतना’ पुस्तक विमोचित
यशपाल के कथा-साहित्य के अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला डॉ. रेशमा अंसारी ने
रायपुर। मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी द्वारा लिखित पुस्तक ’यशपाल के उपन्यासों में सामाजिक चेतना’ का यहाँ हिन्दी विभाग द्वारा ’हिन्दी साहित्य और संचार माध्यम’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में विमचोन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार गीताश्री (दिल्ली), विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश नैयर, कल्याण महाविद्यालय भिलाई के हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर शर्मा, कार्यक्रम की अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. उर्मिला शु्क्ल, मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. कर्नल डॉ. बैजू जान, सलाहकार श्री अनिल पुसदकर, प्लेसमेंट अधिकारी दीपिका ढांढ सहित विभिन्न विभागों के विभागध्यक्ष, प्राध्यापकगण, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। इस पुस्तक का प्रकाशन वैभव प्रकाशन, रायपुर ने किया है। इस पुस्तक में लेखिका डॉ. रेशमा अंसारी ने प्रसिद्ध कथाकार यशपाल के कथा-साहित्य के अनेक अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला है।  गहन अध्ययन के पश्चात लिखी गई इस पुस्तक में यशपाल के सम्पूर्ण उपन्यासों की विविध संदर्भों में विवेचना करने के साथ-साथ उनके उपन्यासों में सामाजिक चेतना का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। डॉ. अंसारी ने यह पुस्तक अपने पिता स्वर्गीय अशरफ अंसारी एवं माता श्रीमती जोहरा अंसारी को समर्पित की है। इस पुस्तक में अनेक सामाजिक समस्याओं के समाधान भी प्रस्तुत किये गये हैं।